Sunday, January 9, 2011

सातों दिन भगवान के क्या मंगल क्या पीर
जिस दिन सोए देर तक भूखा रहे
फ़कीर

अच्छी संगत बैठकर संगी बदले रूप
जैसे मिलकर आम से मीठी हो गई धूप
मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी
है !!

यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती
है, जो ना समझे तो पानी है !!




कोई ये कैसे बता ये के वो तन्हा क्यों
हैं

वो जो अपना था वो ही और किसी का क्यों हैं
यही दुनिया है तो फिर ऐसी ये
दुनिया क्यों हैं

यही होता हैं तो आखिर यही होता क्यों हैं
i love to make a friends...wat i suggest u is to do watever u want in ur life. dont listen to anyone listen to ur heart and divine voice,watever it tells u, do that only .......life is very shoort so enjoy every moment of ur life ..... u dont know wats going to happen in ur next moment of ur life.......

मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी
है !!

यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती
है, जो ना समझे तो पानी है !!




कोई ये कैसे बता ये के वो तन्हा क्यों
हैं

वो जो अपना था वो ही और किसी का क्यों हैं
यही दुनिया है तो फिर ऐसी ये
दुनिया क्यों हैं

यही होता हैं तो आखिर यही होता क्यों हैं